Color vision test का इतेमाल आंखो के अलग अलग कलर देखने की छमता को पहचानने के लिए किया जाता है| color vision test kya hota hai आइये इसके बार में और जानते है:-
Alternative Names/वैकल्पिक नाम
- Ishihara color vision test
- Eye test – color
- Vision test – color
What is Color vision test [रंग दृष्टि परीक्षण क्या है?]
कलर विजन टेस्ट विभिन्न रंगों के बीच अंतर करने की आपकी आंखों की क्षमता की जांच करता है।
Color vision test कैसे किया जाता है?
1. सबसे पहले आपको आरामदायक स्थिति में बैठना है।
2अब आपके स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता या डॉक्टर आपको परीक्षण की व्याख्या करेंगे।
3 अब आपको रंगीन डॉट पैटर्न वाले कईकार्ड दिखाए जाएंगे। इन कार्डों को इशिहारा प्लेटें कहा जाता है। इन प्लेटो ने बिंदुओं या डॉट के बीच कुछ पैटर्न बनाए होते हैं या अंक प्रदर्शित किए होते हैं। अब आपको इन प्रतीकों या पैटर्न को पहचानने के लिए कहा जाएगा, अगर आपका कलर विजन अच्छा है तो आप इनको पहचान जाएंगे
जैसे ही आप अपने हाथ द्वारा या कार्डबोर्ड द्वारा आंख को कवर करेंगे, तब परीक्षक इशिहारा प्लेटों को आपके चेहरे से 14 इंच[ 35 सेंटीमीटर] की दूरी पर पकड़ेंगे और आपको प्रत्येक रंग पैटर्न में पाए जाने वाले प्रतीकों या अक्षरों को जल्दी से बचाने के लिए कहां जाएगा।
संदिग्ध समस्या के आधार पर, आपको एक रंग की तीव्रता का निर्धारण करने के लिए कहा जा सकता है, विशेष रूप से एक आंख को दूसरे की तुलना में मापा जाता है । यह अक्सर एक लाल आईड्रॉप बोतल की टोपी का उपयोग करके परीक्षण किया जाता है।
बच्चे का Color vision test किस तरह करवाया जाए? color vision test kya hota hai
यदि आपके बच्चे का यह परीक्षण किया जा रहा है तो उसे समझाने में मदद मिल सकती है कि परीक्षण कैसा लगेगा, आप उसे एक गुड़िया पर अभ्यास करवा कर ऐसा कर सकते हैं। अगर आप बच्चे को परीक्षण के बाद में बताते हैं तो चिंता करेगा यह समझाते हैं कि क्या होगा और कैसे होगा
आमतौर पर होता है पहचान जाते हैं यहां तक कि कलर विजन डिफेक्ट वाले या कलर ब्लाइंड व्यक्ति भी उनको पहचान जाते हैं।
यदि आपका बच्चा सामान्य रूप से चश्मा पहनता है तो परीक्षण के दौरान उन्हें पहने रखें, छोटे बच्चों को लाल बोतल की टोपी और अलग रंग की टोपी के बीच अंतर बताने के लिए कहा जा सकता है।
Color vision test क्यों किया जाता है?
Color vision test करने का उद्देश्य यह है कि इसके द्वारा आपकी रंग दृष्टि के साथ कोई समस्या है या नहीं उसको पहचाना जा सके।
कलर विज़न समस्या कितनी श्रेणियों में आती है?
ये समस्याएं अक्सर 2 श्रेणियों में आती है
1 रेटिना के प्रकार संवेदनशील कोशिकाएं या कौन सेल[cone cells]-Cone cells आंख के पीछे प्रकाश संवेदनशील परत बनाती है यह सेल्स प्रकाश के वर्क देखने में काम आती है इनके टेस्ट के लिए रंगीन कार्ड का उपयोग किया जाता है।
2 ऑप्टिक तंत्रिका के रोग/ Defect in optic nerves-ऑप्टिक तंत्रिका दृश्य की जानकारी आंख से मस्तिष्क तक पहुंचाती है अगर इनमें कोई डिफेक्ट हो जाए तो इस कार्य करने में बाधा आती है। इस समस्या को जांचने के लिए बोतल के कप का उपयोग किया जाता है।
सामान्य परिणाम क्या है?
सामान्य परिणाम में सभी तरह के रंगों को अलग-अलग देखने में सक्षम होंगे।
असामान्य परिणाम क्या है और उनका क्या मतलब है?
Achromatopsia-इसमें व्यक्ति पूरी तरह से कलर ब्लाइंड होता है उन्हें केवल सभी चीजों का Grey/ग्रे कलर दिखाई देता है ।
Proteronopia- इस अवस्था में व्यक्ति नीले/ हरे और लाल/ हरे रंग के बीच अंतर बताने में कठिनाई आती है।
Deuteranopia -इस अवस्था में व्यक्ति लाल/ बैंगनी और हरे/ बैंगनी रंग के बीच अंतर बताने में कठिनाई आती है।
Tritanopia- इस अवस्था में व्यक्ति पीले/ हरे और नीले/ हरे रंग के बीच अंतर बताने में कठिनाई आती है।
ऑप्टिक तंत्रिका या ऑप्टिक नर्व में समस्या रंग की तीव्रता के नुकसान के रूप में दिखाई दे सकती है हालांकि रंग कार्ड परीक्षण या कलर विजन टेस्ट सामान्य हो सकता है।
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